The history of Dev Shri Anant Balu Nag Ji
एक ब्राह्मण मंडी नमक खरीदने गया तो बालू के जंगल में रात पड़ गई, जहाँ उसे एक बालक ने जमीन खोदने को कहा । जमीन से उसे मूर्ति मिली | बालक अदृश्य हो गया। प्रातः एक कुम्हार, जो बकरियाँ चराने आया था, “खेल” पड़ा और नाग की उपस्थिति बताई। 20 बैसाख तथा भादों की पूर्णिमा को मेला लगता है। बालू नाग मंदिर चेथर (सराज) में है।