श्री गणपति-प्राचीन श्री देव जलैउणी का मन्दिर गांव जला डाकघर यलौट, तहसील और भैथत है। देवता की कोठी से मण्डी जिला मुख्यालय तक की दूरी 61 किलोमीटर साई मार्ग से तथा 500 मीटर पगडण्डी द्वारा तय की जाती है। मार्ग से तथा जीउणी की स्थापना आदिकाल में पाण्डवों द्वारा निर्मित मन्दिर में की गई ?
जिसका वर्तमान में कोई भी इतिहास उपलब्ध नहीं है। किंवदंति से कुछ जानकारी अवश्य प्राप्त होती है। देवता का रथ बाद में स्थानीय निवासियों द्वारा बाद में निर्मित किया गया है जो कि अनुमानतः 500 साल पुराना कहा जाता है। देवता के मन्दिर में हर साल मेले व चतुर्थी आदि का आयोजन भी किया जाता है और इन मेलों में बाहर से मेहमान देवता भी आमंत्रित किए जाते हैं।