देवी श्री जालपा मां भगवती गांव प्रौल, डाकघर बालू, तहसील औट में स्थापित हैं। मैया रानी के मन्दिर कोठी से जिला मुख्यालय मण्डी तक की दूरी 80 किलोमीटर सड़क मार्ग से तथा पांच किलो मीटर की दूरी पगडण्डी द्वारा है। मन्दिर से एक किलोमीटर की चढ़ाई पर बहुत प्राचीन ऐतिहासिक स्थल गुजरी गढ़ है।
माता का इतिहास बहुत पुराना है। कहा जाता है कि जालपा भगवती को आदिकाल में इलाका औट के कोट सनोर, बालू के चार गांव के कुछ सदस्यों द्वारा जिला कांगड़ा से यहां लाया गया है। तत्पश्चात इलाका बालू के लोगों द्वारा रथ बनाकर एक भव्य मन्दिर का निर्माण किया गया। राजाओं के शासन काल में मण्डी में देवी श्री जालपा भगवती का पहुंचना प्रारंभ हो गया था। माता राजाओं के समय से ही मण्डी शिवरात्रि मेले में प्रतिवर्ष भाग लेती आ रही हैं।